My Perceptions
Thursday, 17 October 2013
My Worthless Efforts- वो रोई
वो रोई तो बहुत पर मुझसे मुड़कर रोई;
कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़ कर रोई,
मेरे तस्वीर से मुड़कर रोई;
कर दियें उसने तस्वीर के टुकड़े,
,
पता चला हमारे जाने के बाद उन्हें जोड़ कर रोई........
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